वो माँ हैं
पूजा हैं
आराधना हैं वोह
रहती तेरे हर कण मैं
जीवन हैं वोह
वो बहन हैं
बंधन हैं
अटूट रिश्ता हैं वोह
ईशवर सी पवित्र
अर्चना हैं वोह
वो अर्धांगिनी हैं
ज्योति हैं
प्रेम हैं वोह
बस्ता तेरे हृदय मैं
मोह का बंधन हैं वोह
वो बेटी हैं
स्नेह हैं
रौशनी हैं वोह
फूलों सी कोमल
आने वाले कल का भरोसा हैं वोह
ना रोको ना टोको उसे
ना मारो ना काटो उसे
वो जननी हैं
अमृता हैं
प्रेम हैं
स्नेह हैं वोह
ईशवर मैं बसी
उनकी आरती हैं वोह!
पूजा हैं
आराधना हैं वोह
रहती तेरे हर कण मैं
जीवन हैं वोह
वो बहन हैं
बंधन हैं
अटूट रिश्ता हैं वोह
ईशवर सी पवित्र
अर्चना हैं वोह
वो अर्धांगिनी हैं
ज्योति हैं
प्रेम हैं वोह
बस्ता तेरे हृदय मैं
मोह का बंधन हैं वोह
वो बेटी हैं
स्नेह हैं
रौशनी हैं वोह
फूलों सी कोमल
आने वाले कल का भरोसा हैं वोह
ना रोको ना टोको उसे
ना मारो ना काटो उसे
वो जननी हैं
अमृता हैं
प्रेम हैं
स्नेह हैं वोह
ईशवर मैं बसी
उनकी आरती हैं वोह!
No comments:
Post a Comment